पुलिस सर्वे में बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ एवं अनूपगढ़ के 25 गांवों को अपराध मुक्त पाया गया है। इन गांवों में हुए विवाद को गांव स्तर पर ही प्रधान, सरपंच व बुजुर्गों ने सुलटा दिया। थाने में कोई भी ग्रामीण शिकायत लेकर नहीं पहुंचा। इन 25 गांवों के जनप्रतिनिधियां को रेंज स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।
अद् भुत, अकल्पनीय…बीकानेर संभाग के इन 25 गांवों के लोग कभी नहीं चढ़े थाने की सीढि़यां
बीकानेर संभाग में 25 गांव ऐसे हैं, जहां अब तक एक भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं हुआ है। पुलिस इन्हें रोल मॉडल मानकर नए साल में अपराध नियंत्रण को लेकर नवाचार करेगी। पुलिस इन गांवों का विस्तृत अध्ययन कर रही है। पुलिस नए साल में यहां के प्रधान, सरपंच, पंच और ग्रामीणों की ओर से किए गए प्रयासों को नजीर मानकर अन्य गांवों में इस मॉडल को लागू करने की दिशा में काम करेगी। पुलिस सर्वे में बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ एवं अनूपगढ़ के 25 गांवों को अपराध मुक्त पाया गया है। इन गांवों में हुए विवाद को गांव स्तर पर ही प्रधान, सरपंच व बुजुर्गों ने सुलटा दिया। थाने में कोई भी ग्रामीण शिकायत लेकर नहीं पहुंचा। इन 25 गांवों के जनप्रतिनिधियां को रेंज स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। बीकानेर पुलिस ने इसे अल्टर्नेट डिस्पुट रि-सॉल्युशन (वैकल्पिक विवाद समाधान ) एडीआर नाम दिया है।
इन गांवों में दर्ज नहीं हुआ एक भी केस
बीकानेर : ग्राम मैया की ढाणी, शीशा, सरह थूमली, चक कन्या बस्ती, नारनोतान, बास खिंयाणी, इन्द्रपुरा समेत 7 गांव।श्रीगंगानगर : 17 जीजी, तीन जे छोटी, आठ बीबी, तीन जेड, चक 22 ओ, 25 ओ, 2 एफबी, 24 आरबी, चक 6 एपी, चक 7 एपी समेत 10 गांव।
हनुमानगढ़ : ढिलकी चायलान, गुडिया दिखणादा, किकरवाली समेत 3 गांव।अनूपगढ़ : 35 पीएस, 30 ए, 5 एनडी, 11 एलएसएम, चक 5 बीजीडी समेत 5 गांव।
ग्रामीणाें के 4 बड़े प्रयास जिनसे गांव रहे अपराध मुक्त ;-
– गांव में शराब की दुकान नहीं खुलने दी।
– किसी को भी धूम्रपान की इजाजत नहीं है।- विवाद होने पर पंच-सरपंच विवाद को भाईचारे से निबटाते हैं।
– किसी की ओर से बड़ी गलती करने पर पंच-सरपंच दंडि़त करते हैं।
एडीआर का जिम्मा इनके पास
एडीआर योजना को सफल बनाने के लिए रेंज कार्यालय की एक टीम बनाई गई है। जिसके प्रभारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजुम कायल को बनाया गया है। इनके साथ पुलिस निरीक्षक मनोज शर्मा, हवलदार विमलेश बिजारणिया, नानूराम, सुनील काम कर रहे हैं। उक्त टीम का सहयोग जिला स्तर पर गठित टीम करेगी।
अपराध रोकने की नई तरकीब
पुलिस पब्लिक पंचायत के बाद अब रेंज में एडीआर योजना लागू कर रहे हैं। इससे अपराध में कमी आएगी, साथ ही माहौल स्वच्छ बनेगा। रेंज के 25 गांव ऐसे सामने आए हैं, जिनमें आज तक एक भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं हुआ है। अपराध रोकने की नई तरकीब पर काम करेंगे। इन गांवों के जनप्रतिनिधियों ने किस तरह से गांवों को अपराध मुक्त रखा, इसका प्रचार-प्रसार किया जाएगा।ओमप्रकाश, आईजी, बीकानेर रेंज