छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में पुलिस के जवानों ने एक पांच लाख रुपये के इनामी नक्सली को मुठभेड़ में मार गिराया। मारे गए नक्सली की पहचान मिलिशिया प्लाटून डिप्टी कमांडर रतन कश्यप उर्फ सलाम के रूप में की गई है। मिलिशिया प्लाटून डिप्टी कमांडर रतन कश्यप लंबे समय से नक्सली संगठन में सक्रिय था। वो 10 से अधिक बड़े नक्सली हमलों में शामिल रहा।
दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले के अलग-अलग थानों में उसके खिलाफ कई अपराधिक मामले दर्ज हैं। दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय ने बताया कि मंगलवार को जिले के बारसूर थाना क्षेत्र के मंगनार के जंगल में आमदई एरिया कमेटी के करीब 10 से 15 हथियारबंद नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना मिली थी। सूचना पर डीआरजी और बस्तर फाइटर्स के अलावा सीआरपीएफ 195 वाहिनी बटालियन के जवानों की सयुंक्त टीम एंटी नक्सल ऑपरेशन के लिए निकली।
दंतेवाड़ा में मुठभेड़ में मारा गया नक्सली ; –
एसपी गौरव राय ने बताया कि इस नक्सल विरोधी अभियान के दौरान ही मंगनार के जंगल में जवानों और नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। लगातार आधे घंटे तक चली इस मुठभेड़ में जवानों ने तोड़मा मिलिशिया प्लाटून डिप्टी कमांडर आमदई एरिया कमेटी सदस्य रतन कश्यप उर्फ सलाम को मार गिराया। एसपी ने बताया कि मारे गए नक्सली ने साल 2020 में बस्तर जिले के मारडूम इलाके में पुलिस पार्टी पर हमला और आईईडी विस्फोट किया था, जिसमें दो जवानों की शहादत हुई थी। इसके अलावा रतन कश्यप ने मारडूम क्षेत्र में ही एक पुलिसकर्मी की हत्या की थी।
उन्होंने बताया कि उसने मारडूम थाना के अंतर्गत ही मालेवाही बारसूर में मुखबिरी के शक में ग्रामीण की हत्या और घोटिया मोड़ के पास आईईडी ब्लास्ट में बोलेरो वाहन को भी उड़ाया था, जिसमें वाहन में सवार एक आम नागरिक की मौत होने के साथ आठ अन्य लोग घायल हुए थे। इसके खिलाफ छत्तीसगढ़ सरकार ने पांच लाख का इनाम घोषित कर रखा था। एसपी ने कहा कि रतन कश्यप के मारे जाने से इलाके में नक्सलियों की दहशत कम होगी और यहां की आम जनता राहत की सांस लेगी