स्थानीय होटल रॉयल इन, सीकर में केन्द्र सरकार के वस्त्र मंत्रालय के कलस्टर अनुभाग के योजनान्तर्गत एक दिवसीय सेमीनार सीकर हैण्डीक्राफ्ट प्रोड्यूसर कम्पनी लि. के माध्यम से आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री शिव कुमार केदरे, सहायक निदेशक(हस्तशिल्प), वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार, श्री रामदयाल, कोषाधिकारी, जिला कोष कार्यालय, सीकर एवं श्री अमरूदीन, वरिष्ठ अधिवक्ता, जिला न्यायालय, सीकर एवं मनमोहन, निदेशक सीकर हैण्डीक्राफ्ट प्रोड्यूसर कम्पनी लि. की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। इस सेमीनार में शगुन कंवर दैया, रितिका श्रीमाली, अभिषेक पंचारिया एवं अमन उपाध्याय द्वारा पावर पोईन्ट प्रजेन्टेशन के माध्यम से महिला आर्टीजनों को जानकारी उपलब्ध करवायी गयी। सेमीनार में श्री शिव कुमार केदरे द्वारा सेमीनार के आयोजन की उपयोगिता एवं उससे होने वाले आर्टीजनों के लाभ के बारें में विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी।
रितिका श्रीमाली ने बताया कि भारत हस्तशिल्प का सर्वोत्कृष्ट केन्द्र माना जाता है, भारत में दैनिक जीवन की सामान्य वस्तुऐं भी कोमल कलान्मक रूप से गढी जाती है। सेमीनार के आयोजनों से भारतीय हस्तशिल्पकारों की रचनात्मक को नया रूप प्रदान करने लगे हैं। भारत का प्रत्येक क्षेत्र अपने विशिष्ठ हस्तशिल्प को गौरवान्वित करता है। अभिषेक पंचारिया द्वारा जी.एस.टी एवं जी. आई के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान दी गयी, श्री अमन उपाध्याय द्वारा कच्चा माल से विपणन की प्रासेगिंग के बारे में आर्टीजनों का अवगत करवाया, शगुन कंवर दैया द्वारा नविन डिजाईन का निर्माण एवं उसके उपयोग के बारे में आर्टीजनों को पॉवर पोईन्ट सलाईड के माध्यम से जानकारी प्रदान की।
रितिका श्रीमाली ने समाज में आवश्यक उपयोगी उत्पदों के कच्चा माल की उपलब्धता एवं विपणन प्रक्रिया किस प्रकार से ई कॉर्मस के माध्यम से की जा सकती है उसके बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवायी गयी। मनमोहन ने बताया कि राजस्थान बंधनी काम के वस्त्रों हीरे जवाहरात जडे आभुषणों चमकते हुए नीले बर्तन और मीनाकारी के काम के लिए प्रसिद्ध है। उन्होने बताया कि उक्त कलाऐं हजारों सालो से पीढी दर पीढी पोषित होती आ रही है निदेशक
सीकर हैण्डीक्राफ्ट प्रोड्युसर कम्पनी लिमिटेड,
सीकर