माता ऐ म्हारे टाबरियो रे…ठंड रा झाला देवो…आज घर-घर में मां शीतला से बच्चों की कुशल मंगल और परिवार की सुख स्मृद्धि की कामना की। अवसर था शीतलाष्टमी पर्व का। इस मौके पर घरों में नई मटकियां पानी से भरकर उस पर शीतला माता का वाहन गर्दभ(गधा) की आकृति उकेर कर उसका पूजन किया।
शीतला माता के ठंड़ा (बासी) भोजन का भोग लगाया गया। इसके लिए एक दिन पहले ही महिलाओं ने अपने घरों में गुड़ राब, दही राब, बेसन, मोगर सहित आटे की पूडिय़ां और कई तरह के व्यजंन बनाए। आज मटकी पूजन के बाद मां के भोग लगाया गया। पूरे दिन ठंड़ा भोजन का सेवन किया गया।
यहां भरा मेला…
शीतला गेट क्षेत्र में स्थित शीतला माता के प्राचीन मंदिर में आज आज सुबह से दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा। महिलाओं ने माता का जलाभिषेक किया। साथ ही ठंडा भोजन, नमक इत्यादि अर्पित कर सुख स्मृद्धि की कामना की। खासकर बच्चों कुशल स्वास्थ्य की कामना की। शीतलाष्टमी के मौके पर मंदिर परिसर के बाहर मेले सा माहौल रहा।
यहां भी हुई पूजा…
मरुनायक चौक स्थित शीतला माता मंदिर में भी सुबह से महिलाओं और बच्चों की भीड़ रही। शीतला माता की प्रतिमा पर ठंड़े जल से अभिषेक किया गया।