
बीकानेर. विधानसभा चुनावों को लेकर बिछ रही चुनावी चौसर के बीच घर-घर से गली-मौहल्लों, चाय-पान की दुकानों तक आपसी चर्चाओं में चुनाव केन्द्र में है। दोनों प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा को लेकर जहां बंद कमरों में दिमागी कसरत चल रही है, वहीं बीकानेर के पाटों पर मध्यरात्रि बाद तक चल रही हथाई में संभावित प्रत्याशियों का मुद्दा प्रमुख बना हुआ है। प्रत्याशियों के नामों को लेकर जहां हर कोई अपने-अपने तरीके से तर्क रख रहा है, वहीं जीत-हार को लेकर भी चुनावी गणित के समीकरण रखे जा रहे हैं।
हर्षों के चौक में स्थित पाटे पर मध्यरात्रि बाद तक युवा और बुजुर्ग विधानसभा चुनाव की सियासी चर्चाओं में व्यस्त थे। चर्चा के दौरान जहां कई बार आपसी संवाद गर्म बहस के रूप बदल रहा था, तो बुजुर्ग युवाओं को समझाते भी नजर आए। यहां संभावित प्रत्याशियों को लेकर हर कोई अपने-अपने तरीके से नाम रख रहा था। वहीं कई लोग संभावित प्रत्याशियों को टिकट मिलने या कटने को लेकर भी अपनी राय रखते नजर आए। जब युवा प्रत्याशियों के नाम पर गर्म बहस में उलझते नजर आए तो पाटे पर मौजूद बुजुर्गों ने कहा- बावळा ना बणौ, क्यूं आपस में उळझ रया हो, थोड़ो धीरज राखौ, जल्द तस्वीर साफ हुय जासी… कहकर मामले को शांत करवाया। यहां शिवलाल हर्ष, ताराचंद हर्ष, अनिल, नितिन, महेश बोहरा, मदन लाल, अनन्त लाल, अभिषेक सहित कई लोग चुनावी चर्चा में व्यस्त दिखे। वहीं शहर के आचार्य चौक, मोहता चौक, दम्माणी चौक, बिस्सा चौक, किकाणी व्यास चौक, बारहगुवाड़ सहित विभिन्न स्थानों पर स्थित पाटों पर देर रात तक चुनावी चर्चाओं के दौर चल रहे हैं। जिनमें स्थानीय से लेकर प्रदेश व विभिन्न राज्यों की चुनावी चर्चाएं चल रही हैं।