कैबिनेट मंत्री बीडी कल्ला समेत जिले से तीनों मंत्री बुरी तरह चुनाव हारे हैं।
बीकानेर की सात में छह में भाजपा की जीत, तीनों मंत्री हारे चुनाव
मरुभूमि बीकानेर में मतदाताओं ने कांग्रेस को बुरी तरह से नकारा है। कैबिनेट मंत्री बीडी कल्ला समेत जिले से तीनों मंत्री बुरी तरह चुनाव हारे हैं। पश्चिम में जहां कल्ला को जेठानंद व्यास के हाथों 20 हजार से भी अधिक वोटों से हार का सामना करना पड़ा। वहीं खाजूवाला से मंत्री गोविंद मेघवाल तकरीबन 17 हजार से अधिक मतों से चुनाव हार चुके हैं। भाजपा के डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने उन्हें पराजय का स्वाद चखाया। कोलायत में देवी सिंह भाटी के पौत्र अंशुमन सिंह भाटी ने ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी को लगभग 33 हजार वोटों से करारी शिकस्त दी। इसी तरह बीकानेर पूर्व में सिद्धि कुमारी ने यशपाल गहलोत को, श्रीडूंगरगढ़ में ताराचंद सारास्वत ने मंगलाराम गोदारा को और लूणकरनसर में सुमित गोदारा ने कांग्रेस के डॉ. राजेंद्र मूंड को शिकस्त दी। कांग्रेस के लिए संतोष की बात यह रही कि उन्हें नोखा से जीत मिली, जहां पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी की पत्नी सुशीला डूडी को मतदाताओं ने जिता कर विधानसभा भेजा। यहां भाजपा के बिहारीलाल बिश्नोई ने अच्छी लड़ाई लड़ी, लेकिन उन्हें अंतत: हार का सामना करना पड़ा। यहां पर तीसरे स्थान पर निर्दलीय कन्हैयालाल झंवर रहे, जिन्होंने साढ़े 33 हजार से ज्यादा वोट हासिल कर दोनों प्रमुख उम्मीदवारों की सांसें अंत तक फुलाए रखीं।
व्यास ने शुरू से बनाए रखी बढ़त
सबसे पहले जिक्र बीकानेर पश्चिम सीट का, जहां पर डॉ. बीडी कल्ला को अपेक्षाकृत भाजपा से खड़े हुए नए प्रत्याशी जेठानंद व्यास के हाथों बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा। खास बात यह रही कि यहां पर भाजपा प्रत्याशी जेठानंद व्यास ने कांग्रेस के कद्दावर नेता डॉ. बीडी कल्ला को पहले राउंड से लेकर अंत के राउंड तक किसी भी राउंड में पार नहीं पाने दिया। छोटे अंतर से ही सही, वे पहले राउंड से ही बढ़त बनाए रहे। किसी राउंड में ज्यादा, तो किसी राउंड में उससे ज्यादा वोट हासिल करते हुए वे इसे मजबूती देते गए और अंतत: 20194 वोट से चुनाव जीत गए।
बीकानेर पूर्व से सिद्धि ने लगाया चौका
बीकानेर पूर्व की प्रत्याशी सिद्धी कुमारी ने लगातार चौथी बार इस सीट से जीत हासिल करते हुए अपने प्रतिद्वंद्वी यशपाल गहलोत को करारी शिकस्त दी। सिद्धि कुमारी को 88387 मिले और यशपाल गहलोत को 69246 मत हासिल हुए। इस तरह सिद्धि ने 19141 मतों से जीत हासिल की।
खाजूवाला में भी मंत्री की हार
विधानसभा सीट खाजूवाला पर भाजपा के प्रत्याशी विश्वनाथ मेघवाल ने 90717 वोट हासिल कर निकटतम प्रतिद्वंद्वी गोविंदराम मेघवाल को 17100 वोटों के अंतर से पराजित किया। गोविंदराम को 73617 वोट हासिल हुए। यहां पर तीसरे स्थान पर रहने वाले निर्दलीय सीताराम को 3952 वोट मिले।
लूणकरनसर में भी खिला कमल
लूणकरनसर विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी और मौजूदा विधायक सुमित गोदारा ने 60038 वोट हासिल कर निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के राजेंद्र मूड को 9013 मतों से पराजित किया। तीसरे स्थान पर रहने वाले भाजपा के बागी प्रभुदयाल सारस्वत ने भी अच्छी लड़ाई लड़ी और अंत तक दोनों प्रत्याशियों को छकाए रखा। प्रभुदयाल को 51025 वोट मिले।
कोलायत में ऊर्जा मंत्री की बत्ती गुल
कोलायत विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी अंशुमान सिंह भाटी ने 100313 वोट हासिल कर निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के भंवर सिंह भाटी (निवर्तमान ऊर्जा मंत्री) को 32984 मतों के अंतर से पराजित किया। भंवर सिंह भाटी को 67329 वोट मिले। यहां पर तीसरे स्थान पर रहने वाले का आरएलपी के रेवंतराम पंवार को 27644 वोट हासिल हुए।
श्रीडूंगरगढ़ सीट पर वापस छीनी भाजपा ने
श्रीडूंगरगढ़ सीट पर तमाम अनुमानों को पीछे छोड़ते हुए भाजपा प्रत्याशी ताराचंद सारस्वत ने 65003 हजार वोट हासिल कर तिकोणीय मुकाबले में फंसी इस सीट को 7556 वोटों के अंतर से पुन: भाजपा के खाते में डाला। यहां पर दूसरे स्थान पर कांग्रेस के मंगलाराम गोदारा रहे, जिन्हें 57447 वोट हासिल हुए। कम्युनिस्ट पार्टी के निवर्तमान विधायक गिरधारीलाल महिया 56281 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
नोखा ने लगाया मरहम, सुशीला डूडी जीतीं
बीकानेर जिले की एक मात्र सीट जो कांग्रेस के हाथ लगी, वह नोखा सीट रही, जहां पार्टी प्रत्याशी सुशीला डूडी ने83215 वोट हासिल कर भाजपा के बिहारीलाल बिश्नोई को 8149 वोटों के अंतर से पराजित किया। बिश्नोई को 75066 मत मिले। यहां तीसरे स्थान पर रहे कन्हैयालाल झंवर ने हार-जीत में बड़ा अंतर पैदा करते हुए अकेले दम 33781 वोट हासिल किए।