जल परामर्शदात्री समिति की बैठक, विधायकों की सलाह के बाद विभाग ने प्रस्ताव तैयार करने का लिया निर्णय।
आईजीएनपी की नहरों को चार में से दो समूह में चलाने का प्रस्ताव
हनुमानगढ़ में शुक्रवार को जल परामर्शदात्री समिति की बैठक जल संसाधन विभाग कार्यालय में हुई। इसकी अध्यक्षता मुख्य अभियंता अमरजीत सिंह मेहरड़ा ने की। बैठक में शामिल जनप्रतिनिधियों ने 14 दिसम्बर से इंदिरागांधी नहर को तीन में एक समूह की बजाय चार में से दो समूह में चलाने की मांग रखी।
शुरू में मुख्य अभियंता ने पानी की कमी का हवाला देकर इस पर अमल करने में असमर्थता जताई। काफी देर चर्चा के बाद विधायकों ने फरवरी में प्रस्तावित चार में दो समूह की बारी को दिसम्बर में ही देने का सुझाव दिया। इसके बाद मुख्य अभियंता ने उनकी राय पर सहमति देकर प्रस्ताव तैयार करने का निर्णय किया।
जनप्रतिनिधियों का कहना था कि चार में दो समूह में नहरें चलाने पर दिसम्बर में गेहूं व सरसों की सिंचाई के लिए किसानों की पानी की मांग को पूरा करने का रास्ता साफ हो जाएगा। हालांकि इस प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय जैसलमेर व बीकानेर में जल परामर्शदात्री समिति की बैठक होने के बाद ही लिया जाएगा।
बैठक में पीलीबंगा विधायक विनोद गोठवाल ने रेग्यूलेशन के अनुसार नहरों में पानी चलाने की मांग रखी। इससे रबी फसलों को सिंचाई लायक पूरा पानी मिल सके। विधायक गणेशराज बंसल, विश्वनाथ मेघवाल, अभिमन्यु पूनियां, अमित चाचाण आदि भी ऑनलाइन बैठक से जुड़े।
जल संसाधन विभाग के एसई शिवचरण रैगर, एक्सईएन सुरेश सुथार, कृषि विभाग ेके संयुक्त निदेशक रमेश बराला व बलकरण सिंह बैठक में मौजूद रहे। गौरतलब है कि अभी इंदिरागांधी नहर का रेग्यूलेशन 13 दिसम्बर तक चार में दो समूह का निर्धारित है।
इसके बाद 14 दिसम्बर से तीन में एक समूह में पानी चलाना प्रस्तावित है। इसका सभी विधायक विरोध कर रहे हैं। सभी का एकमत होकर कहना है कि दिसम्बर में पूरे माह इंदिरागांधी नहर को चार में दो समूह में चलाया जाए। इससे रबी फसलों को पूरा सिंचाई पानी मिल सके।
शेयर में हो रहा सुधार
वर्तमान में हरिके हैड से राजस्थान का कुल शेयर 12000 क्यूसेक पानी निर्धारित है। लेकिन तीन-चार दिनों से करीब 1000 क्यूसेक कम पानी राजस्थान को मिल रहा है। राजस्थान की ओर से दबाव बनाने पर अब 8 दिसम्बर को हरिके हैड से शेयर के अनुसार पानी प्रवाहित किया गया है।
इसका असर 9 दिसम्बर तक देखने को मिलेगा। हरिके हैड से पानी बढ़ना शुरू हो गया है। निर्धारित शेयर के अनुसार पानी पूरा कर दिया गया है। जल्द राजस्थान को शेयर के अनुसार पानी मिलने की उम्मीद है।