अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर के उद्घाटन को लेकर खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है। हर कोई भगवान राम मंदिर के ऐतिहासिक उत्सव में भागीदार बनना चाहता है क्योंकि भगवान राम सनातनी लोगों के दिल में बसते हैं। 22 जनवरी को भगवान राम के मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। उद्घाटन कार्यक्रम में देश के कई बड़े संतों और गणमान्य लोगों को आमंत्रित किया गया है।
हरिद्वार से अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रविंद्र पुरी महाराज के नेतृत्व में आज उत्तराखंड की पवित्र नदियों का जल अयोध्या के लिए शोभायात्रा के माध्यम से रवाना हुआ। महंत रविंद्रपुरी महाराज ने शंकराचार्य और कांग्रेस नेताओं द्वारा राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में न शामिल होने पर खरी खोटी सुनाई। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रवींद्र पुरी महाराज का कहना है कि आज अयोध्या के लिए हमारी यात्रा प्रारंभ हो गई है। रात को मुरादाबाद कल बरेली से लखनऊ और 19 तारीख को यह यात्रा अयोध्या पहुंचेगी यात्रा में रथ पर रखा जल गंगोत्री, यमुनोत्री, हरिद्वार के हर की पौड़ी और सरयू के उद्गम स्थान का है। इस यात्रा को लेकर जाने का उद्देश्य हमारा है कि यह पवित्र जल भगवान श्रीराम के अभिषेक में काम आए। मैं सभी सनातनी लोगों से अपील करना चाहता हूं कि 22 जनवरी को सब अपने घरों में भगवान राम की मूर्ति स्थापित करें और राम नाम का जाप करें, जिससे पूरे विश्व में यह संदेश जाए कि भगवान राम प्रकट हो गए हैं।
शंकराचार्य द्वारा किए जा रहे विरोध का में समर्थन नहीं करता
महंत रविंद्रपुरी महाराज ने शंकराचार्य द्वारा राम मंदिर उद्घाटन का विरोध किए जाने पर कहा कि शंकराचार्य द्वारा किए जा रहे विरोध का में समर्थन नहीं करता। सभी संत समाज और सनातनी लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है। भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा में सभी सनातनी राममय हो गए हैं। संत समाज और नागा सन्यासी राम मंदिर उद्घाटन से काफी खुश है। मगर कुछ सनातन विरोधी है जो इसका विरोध कर रहे हैं। हम उन लोगों की निंदा करते हैं
महंत रवींद्र पुरी महाराज ने दिग्विजय सिंह पर लगाए ये आरोप ; – कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी, विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस बाबरी मस्जिद को गिराना चाहते थे, मंदिर नहीं बनाना चाहते थे, क्योंकि जब तक मस्जिद नहीं गिराई जाती तब तक यह मुद्दा सांप्रदायिक मुद्दा नहीं बनता। इसपर महंत रविंद्र पुरी महाराज का कहना है कि दिग्विजय सिंह बड़े आदमी है। उन्होंने यह भी कहा था कि भगवान श्रीराम का अस्तित्व ही नहीं है। वह राम को नहीं मानते। अगर आज उनकी पार्टी सत्ता में होती तो भगवान श्रीराम का मंदिर नहीं बनता। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आशीर्वाद देना चाहते हैं कि आज उनके कार्यकाल में भगवान राम का मंदिर बन रहा है। महंत रविंद्र पुरी महाराज का कहना है कि जो लोग राम मंदिर उद्घाटन में नहीं जा रहे हैं, उनके लिए हम एक ही बात कहना चाहते हैं कि भूत पिशाच निकट नहीं आवे महावीर जब नाम सुनावे मैं मानता हूं यह महावीर की ही कृपा है कि यह लोग राम मंदिर उद्घाटन में नहीं जा रहे हैं।