ऊंट उत्सव का आयोजन इस बार 11 से 14 जनवरी तक किया जाएगा। इस बार भी उत्सव को आकर्षित बनाने के लिए नवाचार होगा।
धोरों पर थिरकेंगे ऊंट, पहली बार धरणीधर स्टेडियम में भी होगा उत्सव का आयोजन
अन्तरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव का आयोजन इस बार 11 से 14 जनवरी तक किया जाएगा। इस बार भी उत्सव को आकर्षित बनाने के लिए नवाचार होगा। कई तरह के अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। उत्सव की तैयारियों को लेकर जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। जिला कलक्टर ने बताया कि आगामी अन्तरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव- आइकंस ऑफ बीकानेर की थीम पर आयोजित किया जाएगा। इसमें स्थानीय कला, संगीत और संस्कृति में विशेष उपलब्धियां हासिल करने वाले कलाकारों को इस उत्सव के माध्यम से एक वैश्विक मंच उपलब्ध करवाया जाएगा। ऊंट उत्सव में देशी-विदेशी पर्यटकों की अधिक से अधिक भागीदारी रहे, इसके लिए उन्होंने समय पर तैयारियां और प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। पर्यटन विभाग वेबसाइट, समस्त होटल वेबसाइट्स एवं सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने को कहा। उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग को हेरिटेज रूट कि सड़कों, रायसर रोड़ एवं मुख्य मार्गों सहित स्ट्रीट लाइट को दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
शहरी परकोटे में होगी तांगा राइड
मेले के दौरान प्रतिदिन शहरी परकोटे में पैदल वॉक और तांगा राइड, हवेली संगीत और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। कैमल फार्म में प्रतिवर्ष की भांति ऊंट दौड़ आयोजित होगी। कैमल फार्म में ऊंट श्रृंगार प्रतियोगिता ऊंट दौड़ प्रतियोगिता ऊंट डांस प्रतियोगिता एवं ऊंट पर कटिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी।
12 को धरणीधर स्टेडियम में होगा आयोजन
ऊंट उत्सव में 11 जनवरी को क्लासिकल फॉर्म्स ऑफ आर्ट्स के संबंध में विशेष आयोजन किया जाएगा। इस दौरान शास्त्रीय संगीत व शास्त्रीय नृत्य से जुड़े कलाकारों की ओर से विशेष प्रस्तुतियां दी जाएंगी। उत्सव के दौरान 12 जनवरी को धरणीधर स्टेडियम में कला व संस्कृति का फ्यूजन शो का आयोजन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय लोक कला संस्कृति के रंगों के साथ-साथ कंटेंपरेरी आर्ट भी जोड़ कर आयोजित होगा। स्थानीय व्यंजन भी इस शो के आकर्षण रहेंगे। सहायक निदेशक (पर्यटन) कृष्ण कुमार ने बताया कि अन्तरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव के दौरान रायसर में सेलिब्रिटी नाइट आयोजित की जाएगी। जिसमें अग्नि नृत्य के साथ-साथ एक विशेष सेलिब्रिटी को प्रस्तुति हेतु आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रायसर के धोरों में घुड़दौड़ और घोड़ों के नृत्य भी इस वर्ष अन्तरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव में आकर्षण के विशेष केंद्र होंगे।
बैठक में यह रहे मौजूद
बैठक में राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र निदेशक डॉ. अर्तबंधु साहू, पर्यटन विभाग के उप निदेशक अनिल राठौड़, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (नगर) दीपक कुमार शर्मा, जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र उपायुक्त सुरेंद्र कुमार, सहायक निदेशक पर्यटन कृष्ण कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी पवन शर्मा, पर्यटन विकास समिति के सदस्य गोपाल बिस्सा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।