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बीकानेर, 26 जून। जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। बैठक में पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश, जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि और पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम मौजूद रहे।
महानिरीक्षक पुलिस ओम प्रकाश ने कहा कि शांति समिति व सीएलजी सदस्य, पुलिस मित्र व सुरक्षा सखी आदि पुलिस-प्रशासन और आमजन के बीच योजक कड़ी है। इसके मद्देनजर इनके द्वारा प्रत्येक स्थिति पर नजर रखी जाए। सामाजिक सौहार्द को प्रभावित करने वाली किसी भी घटना की जानकारी तत्काल पुलिस-प्रशासन को दें। सरकारी मशीनरी द्वारा इस संबंध में तत्काल नियम सम्मत कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन भी अपना आसूचना तंत्र और अधिक सुदृढ़ करें।
जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने कहा कि बीकानेर में आपसी समन्वय और सौहार्द का इतिहास रहा है। इस परंपरा को बनाए रखने में प्रत्येक व्यक्ति अपनी भूमिका निभाए। उन्होंने कहा कि थाना स्तर पर सीएलजी और थाने के स्टाफ के बीच समन्वय और संवाद नियमित बना रहे।
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने कहा कि किसी भी सोशल मीडिया पोस्ट की अफवाह और सच्चाई जाने बिना कोई भी प्रतिक्रिया ना दें। किसी भी भ्रामक और संवेदनशील पोस्ट की जानकारी तत्काल पुलिस-प्रशासन को दी जाए। उन्होंने बताया कि भारतीय न्याय संहिता, भारतीय साक्ष्य अधिनियम एवं भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता को आगमी 1 जुलाई से लागू किया जाएगा। इनका उद्देश्य परिवादी को शीघ्र न्याय दिलाना है। लागू होने के बाद इनका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इसके लिए थाना स्तर पर कार्यक्रम होंगे। उन्होंने इस सम्बंध में 1 जुलाई को आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रम के बारे में बताया।
इस दौरान शांति समिति सदस्यों ने आपसी समन्वय बनाए रखने में भागीदारी का विश्वास दिलाया और नशाखोरी, ओवरलोडेड वाहनों के खिलाफ कार्यवाही करने सहित अनेक सुझाव दिए।
बैठक में अतिरिक्त (नगर) उम्मेद सिंह रतनू, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर दीपक कुमार, अतिरिक्ति पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) प्यारे लाल शिवरान, उपखंड अधिकारी कविता गोदारा, प्रशिक्षु आईपीएस रमेश माैजूद रहे। वहीं सभी उपखंड अधिकारी और पुलिस उप अधीक्षक तक के अधिकारी वीसी के माध्यम से इससे जुड़े।