महाजन. कस्बे व आसपास के ग्रामीण अंचल में इस बार विद्युत निगम की ओर से बीपीएल उपभोक्ताओं को भेजे गए विद्युत बिलों को देखकर ग्रामीणों की नींद उड़ गई है। निगम की ओर से ऑडिट रिपोर्ट के नाम पर हजारों रुपए जोडक़र बिल जारी करने से उपभोक्ता परेशानी में है। जिन बीपीएल उपभोक्ताओं के पूर्व में बिल शून्य राशि के आ रहे थे, उन्हें इस बार तीन से चार हजार रुपए के बिल मिले हैं।
गौरतलब है कि कस्बे सहित घेसूरा, रामबाग, शेरपुरा, सूंई, बालादेसर, गुसाईणां सहित अन्य गांवों व ढाणियों के बीपीएल विद्युत उपभोक्ताओं को निगम ने इस बार भारी-भरकम राशि के बिल जारी किए है। कस्बे के सलीम, जाकिर, सुलतान, लिच्छिराम आदि ने बताया कि हर बार बिल शून्य आता है। इस बार तीन से चार हजार रुपए का बिल मिला है। कई उपभोक्ताओं को अन्य देय राशि के रूप में हजारों रुपए का अतिरिक्त चार्ज लगाकर बिल भेजे गए है। ऐसे में ग्रामीण जीएसएस व कार्यालय के चक्कर काट रहे है। उपभोक्ताओं ने बताया कि एक साथ हजारों रुपये अतिरिक्त चार्ज जोडक़र बिल भेजने से परेशानी बढ़ गई है। विद्युत निगम के लूणकरनसर स्थित कार्यालय में सम्पर्क करने पर ऑडिट रिपोर्ट में बकाया निकाली राशि जोडक़र बिल भेजे गए हैं। जबकि उपभोक्ता किसी प्रकार की राशि बकाया नहीं होने का दावा कर रहे हैं। सोमवार को कस्बे में बिल जमा करवाने की अंतिम तिथि होने के कारण बड़ी संख्या में बीपीएल उपभोक्ता जीएसएस पहुंचे व अपनी व्यथा सुनाई। महाजन में बिल जमा करवाने पहुंचे रोकड़िया रोहित बाघला ने बताया कि जीएसएस में कनिष्ठ अभियंता अशोक डूडी, रोहिताश चौधरी, घनश्याम शर्मा, कानसिंह, रूपेश कुमार आदि ने ऐसे उपभोक्ताओं को जोड़ी गई राशि के बारे में जानकारी दी।
ऐसे जोड़ी गई राशि
निगम अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार बीपीएल उपभोक्ता को दो माह में 100 यूनिट तक विद्युत उपभोग करने पर स्थाई शुल्क 200 रुपए लगता है, लेकिन जिन बीपीएल उपभोक्ताओं ने दो माह में 100 यूनिट से ज्यादा विद्युत उपभोग किया है। उनका स्थाई शुल्क 460 रुपए के हिसाब से लगाकर ऑडिट की गई है। यह ऑडिट मार्च-2021 से मार्च 2023 तक की गई है।
स्थाई शुल्क जोड़ा
निगम ने इस बार बीपीएल उपभोक्ताओं के बिलों की ऑडिट करके स्थाई शुल्क की राशि जोड़ी है। यह ऑडिट पिछले दो साल की हुई है।
जयदीप सैन, विद्युत निगम।