NEWS BHARTI BIKANER ; – जयपुर: राजस्थान के किसानों को जल्द ही एक नई डिजिटल पहचान मिलेगी। फार्मर रजिस्ट्री के तहत किसानों को 11 अंकों की यूनिक आईडी जारी की जाएगी, जिससे सरकारी योजनाओं का लाभ तेजी और पारदर्शिता से दिया जा सकेगा। यह अभियान 5 फरवरी से शुरू होकर 30 मार्च तक चलेगा।
क्या है फार्मर रजिस्ट्री और यूनिक आईडी?
राज्य सरकार किसानों की डिजिटल रजिस्टर प्रणाली तैयार कर रही है, जिसे केंद्र सरकार की एग्रीस्टैक योजना के तहत संचालित किया जाएगा। किसानों को एक विशिष्ट 11 अंकों की आईडी दी जाएगी, जो उनके आधार से लिंक होगी। इस आईडी में उनकी भूमि, फसल, और कृषि से जुड़ी अन्य जानकारियां दर्ज रहेंगी।
क्यों जरूरी है फार्मर रजिस्ट्री?
- योजनाओं के लाभ में पारदर्शिता – सही किसान तक सरकारी लाभ पहुंचाने के लिए।
- पीएम किसान निधि जैसी योजनाओं के लिए अनिवार्य – इसके बिना सब्सिडी नहीं मिलेगी।
- कृषि से जुड़े डेटा का डिजिटल संकलन – जिससे भविष्य की योजनाएं सटीक बनाई जा सकें।
- आर्थिक सहायता, ऋण और बीमा योजनाओं तक आसान पहुंच।
सीकर में पायलट प्रोजेक्ट सफल, अब पूरे प्रदेश में विस्तार
इस योजना का पायलट प्रोजेक्ट पहले सीकर जिले में चलाया गया था, जिसे सफल मानते हुए अब पूरे प्रदेश में लागू किया जा रहा है। राज्य सरकार के निर्देशानुसार एडीएम स्तर पर इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी। कैसे और कहां होगा रजिस्ट्रेशन?
प्रदेशभर में 5 फरवरी से विशेष कैंप लगाए जाएंगे, जहां किसान अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। अभियान 30 मार्च तक चलेगा, और किसानों से अपील की गई है कि वे समय पर पंजीकरण करवाकर इस योजना का लाभ उठाएं।