Sun. Jul 13th, 2025

नई दिल्ली: चंद्रयान के बाद सूर्य देवता की तरफ आदित्य एल-1 गया। अब गगनयान का टेस्ट हो रहा है। इसरो के वैज्ञानिकों को साधुवाद। भारत के नक्षत्र अच्छे चल रहे हैं। भारत सुपरपावर बनने की दिशा में आगे बढ़ गया है। पूरे भारत को, सोमनाथ जी को बहुत बधाई। अब हम लोगों को विश्व गुरु बनने से कोई रोक नहीं सकता… गगनयान मिशन के क्रू मॉड्यूल एस्केप सिस्टम के सफल टेस्ट के बाद भाजपा सांसद रवि किशन ने यह बात कही। वह काफी गदगद दिखे। इसी तरह की प्रतिक्रियाएं पूरे देश से आ रही हैं। इसरो ने आज एक छोटे रॉकेट के जरिए इंसान को अंतरिक्ष में भेजने के अपने महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘गगनयान’ की दिशा में पहला कदम बढ़ाया। इसरो का लक्ष्य तीन दिवसीय गगनयान मिशन के लिए मानव को पृथ्वी की निचली कक्षा में अंतरिक्ष में भेजना और उन्हें वापस लाना है। आज पहले मौसम और कुछ तकनीकी खामियों के कारण देरी हुई लेकिन इसरो ने हार नहीं मानी और टेस्ट सफल रहा। क्रू मॉड्यूल बंगाल की खाड़ी में तय जगह पर लैंड किया।

ISRO के गगनयान (टीवी-डी1) टेस्ट मिशन की सफलता पर इसरो के पूर्व वैज्ञानिक नंबी नारायण ने कहा, ‘यह इस मायने में बड़ी सफलता है कि यह गगनयान प्रोजेक्ट का पहला कदम है। यह प्रक्षेपण ISRO टीम की एस्केप मॉड्यूल के डिजाइन की जांच करने और उसे योग्य या मान्य करने की क्षमता साबित करता है।’ पीएम मोदी ने इसरो के साइंटिस्टों को बधाई देते हुए कहा कि यह लॉन्च हमें भारत के पहले मानव अंतरिक्ष फ्लाइट प्रोग्राम गगनयान को साकार करने के एक कदम और करीब ले जाता है।

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