सीकर. राजस्थान के चुनावी रण में इस बार लाइट..कैमरा और एक्शन भी दिखेगा। भाजपा की दूसरी और कांग्रेस की पहली सूची आने के बाद चुनाव में काबा से लेकर राजस्थानी गीतों की गूंज रहेगी। सोशल मीडिया के जरिए चुनावी मैदान में इस बार प्रत्याशियों की ओर से कॉमेडी कलाकारों के साथ रील्स का भी सहारा लिया जा रहा है।
कई कलाकारों के पास आगामी एक महीने की बुकिंग हो चुकी है। चुनावी समर के बीच धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजन कराने के लिए इवेंट कंपनियों से भी कुछ दावेदारों ने प्री बुकिंग करवा ली है। सोशल मीडिया के जरिए होने वाले प्रचार को देखते हुए इस बार चुनाव आयोग ने भी कटेंट पर निगरानी रखने के लिए टीमों को लगाया है। प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा क्रेज स्थानीय भाषा में गाना तैयार करवाने में है।
यूपी चुनाव के समय काबा सहित अन्य गीतों के जरिए पहचान बनाने वाली नेहा राठौड़ ने पिछले दिनों एक साक्षात्कार में कहा कि एमपी में काबा हो गया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के चुनाव में भी जरूर काबा की गूंज रहेगी।
तीन इवेंट कंपनियों के जरिए 70 से ज्यादा कार्यक्रम
दिल्ली, जयपुर व आगरा की प्रमुख इवेंट कंपनियों की ओर से प्रदेश में 30 अक्टूबर से लेकर 20 नवंबर तक 70 से ज्यादा कार्यक्रम करवाने की तैयारी है।
सॉन्ग बनाने के लिए कलाकारों को ऑफर
जानकारी के अनुसार प्रत्याशियों की ओर से स्थानीय भाषा में लोक कलाकारों से सॉन्ग तैयार कराने के लिए भी ऑफर दिए जा रहे हैं। प्रदेश के 150 से ज्यादा नेताओं की ओर से 15 कलाकारों के जरिए स्थानीय व हिन्दी भाषा में सॉन्ग तैयार करवाए हैं। इन सॉन्ग के जरिए मतदाताओं को लुभाने की पूरी तैयारी है।