एक के बाद एक नए अवतार में राहुल गांधी
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी का तेलंगाना दौरा समाप्त हो गया। अपने तीन दिन के दौरे पर उन्होंने तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का प्रचार किया। यहां राहुल गांधी चुनाव प्रचार के दौरान एक दुकान पर गए और डोसा बनाने में हाथ आजमाया। दुकानदार के कहने पर वह तवे पर डोसा बनाने की कोशिश करते हैं। राहुल गांधी का यह अंदाज देख वहां पर मौजूद लोग तालियां बजाने लगते हैं। हालांकि राहुल गांधी को ऐसा करता देख किसी को बहुत आश्चर्य नहीं हुआ होगा। राहुल गांधी का यह नया अवतार पहली बार नहीं दिखा। हाल के दिनों में कभी वह बाइक ठीक करते हुए नजर आते हैं तो कभी ट्रक में बैठकर ड्राइवर से बातें करते दिखते हैं। कभी वह कारपेंटर बन फर्नीचर मार्केट में आरी चलाते हुए दिखाई देते हैं तो हाल ही में उनका कुली अवतार काफी चर्चा में रहा। राहुल गांधी ऐसा क्यों कर रहे हैं और क्या लोकसभा चुनाव से पहले इसका कोई कनेक्शन है? कहीं वो मोदी के खिलाफ चक्रव्यूह तो नहीं रच रहे? ऐसे तमाम सवाल हैं जो राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बने हुए हैं।
एक के बाद एक नए अवतार में राहुल गांधी, अब आगे क्या
कभी हाथ में पेचकस लिए बाइक रिपेयर करते दिखते हैं तो कभी आरी लिए कारपेंटर की दुकान पर दिखते हैं। ट्रक में बैठकर ट्रक ड्राइवर के साथ सफर करना और उससे बात करना। कुछ दिनों पहले की ही बात है जब दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर वह सिर पर लगेज उठाते हुए दिखाई देते हैं। और अब तेलंगाना में राहुल गांधी एक नए अवतार में दिखाई दिए। हाल के दिनों में आम जनता के बीच जाकर राहुल गांधी ने अपनी लोकप्रियता को बढ़ाया है। उनकी इस कोशिश को आम आदमी से जुड़ने के तौर पर भी देखा जा रहा है। वह सिर्फ उनसे मिलते ही नहीं बल्कि उनके काम को भी समझने की कोशिश करते हुए दिखते हैं। एक बॉन्डिंग बनाने की कोशिश उनकी ओर से की जाती है। राहुल गांधी ऐसी किसी भी मुलाकात के बाद सरकार पर निशाना साधने से भी नहीं चूकते। वह इस आम आदमी को केंद्र में रखकर सरकार पर निशाना साधते हुए दिखाई पड़ते हैं।
क्या राहुल के इस कदम से कांग्रेस को होगा फायदा
2014 में चुनाव जीतकर बीजेपी केंद्र की सत्ता में आई और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने। मोदी की इस सफलता के पीछे आम आदमी का एक अहम रोल था। वह ऐसे नेता हैं जो जमीन से जुड़े हैं और लोगों की दिक्कतों को समझते हैं। पीएम मोदी के भाषणों को भी देखा जाए तो वह हमेशा ही लोगों से कनेक्ट करने की कोशिश करते हुए दिखाई देते हैं। वह चुनावी रैलियों में भी स्थानीय मुद्दों को उठाना नहीं भूलते। जिस इलाके में जाते हैं वहां की लोकल भाषा में भाषण की शुरुआत करते हैं। आम आदमी पार्टी की सफलता के पीछे भी आम आदमी का अहम रोल है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इस आम आदमी के बीच अपनी पकड़ बनाने की कोशिश में जुटे दिखाई दे रहे हैं।
भारत जोड़ो यात्रा से इस राह पर आगे बढ़े राहुल
भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी की लोकप्रियता में इजाफा हुआ है और इस बात को नकारा भी नहीं जा सकता है। हाल के दिनों में जो बदलाव देखने को मिल रहा है उसके पीछे इस यात्रा का अहम रोल है। इस यात्रा के बाद राहुल गांधी आम लोगों के बीच जाकर उनसे मिल रहे हैं। उनकी समस्याओं को समझ रहे हैं। भारत जोड़ो यात्रा और हाल के दिनों में राहुल गांधी की ऐसी मुलाकातों के बाद एक नई छवि उनकी बनी है। एक वक्त कांग्रेस की पकड़ ऐसे वोट बैंक पर काफी अच्छी थी लेकिन धीरे-धीरे वह वोट बैंक पार्टी से छिटकता गया। राहुल गांधी पर पार्ट टाइम राजनीति करने के आरोप भी लगे। राहुल गांधी ने जब पहली बार राजनीति में कदम रखा और चुनाव जीतकर संसद में पहुंचे तो उनकी एक ऐसे युवा नेता की छवि बनी जो युवाओं के बीच लोकप्रिय है। राहुल गांधी की पॉपुलैरिटी युवाओं के बीच थी भी। 2004 और 2009 के चुनाव में इसका फायदा मिला भी लेकिन एक बड़े वर्ग से राहुल गांधी और उनकी पार्टी दूर होती दिखाई दी। अब उसी गैप को भरने की कोशिश में राहुल गांधी दिखाई पड़ रहे हैं।
2024 में पीएम मोदी को टक्कर देने की तैयारी
2024 के आम चुनाव में मुकाबला बीजेपी और विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के बीच होता दिख रहा है। विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A में भी कांग्रेस अगुवाई करती हुई दिख रही है। हालांकि इसको लेकर कई सवाल हैं। कौन चेहरा होगा, कौन लीड करेगा ऐसे कई सवाल हैं। हालांकि उससे पहले इन 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव भी हैं। इन राज्यों के चुनाव नतीजों से भी काफी कुछ तय होगा। कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी को जननायक के तौर पर पेश कर रही है। पार्टी के नेता राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता की बात कर रहे हैं। अब ऐसे में देखना होगा कि राहुल गांधी 2024 के मुकाबले में मोदी के सामने कितनी चुनौती पेश कर पाते हैं।