यह तो अटूट सत्य है, एक दिन हम सभी को यह दुनिया छोड़कर जाना है, और सभी के शरीर के अंगों को एक दिन खाक में मिल जाना है, लेकिन अगर जाते-जाते यह शरीर किसी के काम आ जाए और किसी जरुरतमंद को एक नई जिंदगी दे जाए तो इससे बड़ा पुण्य का काम दुनिया में कोई नहीं हो सकता है।
अंगदान करना दुनिया का सबसे बड़ा दान होता है। लेकिन फिर भी कुछ धार्मिक अंधविश्वास और गलत फहमियों की वजह से हमारे देश में अंगदान करने में लोग काफी पीछे हैं, वहीं इसके प्रति लोगों में जागरुकता की भी कमी है। बीकाणा ब्लड सेवा समिति लगातार समाज सेवा करते हुए देहदान के लिए भी लोगों को प्रेरणा देने का कार्य कर रही है। इसी क्रम में जब बीकाणा ब्लड सेवा समिति कि प्रेरणा से प्रेरित होकर संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन और कैलाशी पंकज भटनागर ने देहदान का संकल्प लिया था, उसी समाचार से प्रभावित होकर गोविन्द राम पुत्र श्री अन्नाराम के मन में भी यह विचार आ गया था और उन्होंने कहा था कि मैं जल्द ही बीकानेर आकर इस विषय में कार्यवाही करूँगा। आज दिनांक 29 जनवरी को गोविन्द राम जी ने बीकाणा ब्लड सेवा समिति से प्रेरित होकर समिति के कार्यकर्ताओं और अस्पताल कि टीम के बीच स्वैच्छिक देहदान का संकल्प लिया।
गोविंद राम पुत्र श्री अन्नाराम जी उम्र 56 वर्ष स्थाई निवासी गांव साजनवासी, तहसील नोखा, जिला बीकानेर द्वारा भरे गए देहदान के संकल्प पत्र को एसपी मेडिकल कॉलेज के उप प्राचार्य डॉक्टर नौरंग लाल महावर एवं उनकी टीम द्वारा स्वीकार किया गया। संकल्प पत्र पर गोविन्द राम के रिश्तेदार रेवंत राम पुत्र श्री आसू राम गांव लालासर एवं प्रहलाद राम पुत्र श्री किसतूरा राम गांव सजनवासी ने साक्षी के रूप में हस्ताक्षर किए। बीकाणा ब्लड सेवा समिति परिवार की ओर से अध्यक्ष रवि व्यास और महामंत्री जय शंकर शर्मा द्वारा गोविन्द राम का डॉ नौरंग लाल महावर द्वारा साफा पहनाकर तथा सभी उपस्थित जनों द्वारा माल्यार्पण कर हार्दिक अभिनंदन एवं स्वागत किया गया। रवि व्यास ने गोविन्द राम के देहदान को अन्य लोगो के लिए अनुकरणीय बताया। इस अवसर पर बीकाणा ब्लड सेवा समिति से रवि व्यास पारीक, कपिल दुबे, जयशंकर शर्मा, सुभाष स्वामी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।