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राष्ट्रीय स्तर का एकेडमिक संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी सेंटर (नाइलिट) अब बीकानेर में भी शुरू होने जा रहा है। इसके शुरू होने से संभाग के विद्यार्थियों को नए-नए कंप्यूटर कोर्स करने को मिल सकेंगे। राष्ट्रीय स्तर का एकेडमिक संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी सेंटर (नाइलिट) अब बीकानेर में भी शुरू होने जा रहा है। इसके शुरू होने से संभाग के विद्यार्थियों को नए-नए कंप्यूटर कोर्स करने को मिल सकेंगे। इस सेंटर में विद्यार्थियों को कंप्यूटर से जुड़ी तकनीक का बारीकी से अध्ययन करवाया जाएगा, जिससे भविष्य में बड़ी कंपनियों में नौकरियां आसानी से मिल सकेंगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा के साथ ए, ओ लेवल, ट्रिपल सी जैसे पाठयक्रम इसमें शामिल होंगे
राज्य में दूसरा सेंटर
प्रदेश में अजमेर के बाद बीकानेर में यह दूसरा सेंटर खुलने जा रहा है। सेंटर का उद्धघाटन बुधवार को केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल करेंगे। सोमवार राजकीय डूंगर महाविद्यालय में प्रेसवार्ता का आयोजन हुआ। इसमें कॉलेज प्राचार्य डॉ. राजेंद्र पुरोहित ने बताया कि चित्रकला विभाग में नाइलिट सेंटर का उद्घाटन दोपहर 2.30 बजे होगा। इस दौरान डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य, रवि अग्रवाल, प्रताप सिंह, डॉ.ब्रजरतन जोशी व अशोक प्रजापत उपस्थित रहे। सेंटर के शुरू में ओ-लेवल का कोर्स करवाया जाएगा। इसके बाद में डिप्लोमा इन इंस्टॉलेशन एंड रिपेयर ऑफ कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट, सोलर पॉवर इंस्टॉलेशन, ऑपरेशन एंड मेंटिनेंस, डिप्लोमा इन कम्प्यूटर हार्डवेयर मेंटिनेंस, सोलर एलईडी लाइट प्रोडक्ट, सर्टिफिकेट कोर्स ऑन प्रिंटेड सर्किट बोर्ड डिजाइन , एडवांस डिप्लोमा-पीएलसी/एससीएडीए/डीसीएस इंजिनियर, एडवांस पीजी डिप्लोमा इन इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट डिजाइन एंड मेनुफेक्चरिंग,सीसीसी, सर्टिफिकेट कोर्स इन डाटा एंट्री, ए-लेवल, टूल डिजाइन सहित अन्य कोर्स आवश्यकता के हिसाब से शुरू होंगे। इस सेंटर में पढ़ने वाले विद्यार्थी दो अलग-अलग जगह पर प्रवेश ले सकेंगे। एक सेंटर डूंगर कॉलेज, तो दूसरा महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के इनोवेशन सेंटर में खुलेगा। सेंटर का मुख्य प्रशासनिक भवन भी यहीं रहेगा।
कम दरों पर होंगे कोर्स
सेंटर के कपिल ने बताया कि परियोजना के तहत अलग-अलग कोर्स राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षित शिक्षकों और वैज्ञानिकों की ओर से करवाए जाएंगे। भारत सरकार की ओर कम दरों पर पर कोर्स उपलब्ध कराए जाएंगे और साथ ही अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों को समस्त पाठ्यक्रम निशुल्क उपलब्ध होंगे।
रोजगार के साधन होंगे उपलब्ध
इस सेंटर में विद्यार्थी नियमित कक्षाओं के साथ-साथ अन्य डिप्लोमा कोर्स भी कर सकेंगे, जिससे आने वाले समय में विद्यार्थियों के लिए रोजगार के साधन उपलब्ध हो सकेंगे। विद्यार्थी को इंटर्नशिप का मौका मिलेगा। सेंटर में कॉलेज व अन्य संस्थानों के लेक्चरर आकर अपना रिचर्स पूरा कर सकेंगे। कॉलेज के शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।